राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर वर्ष 2025 को संघ शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी उपलक्ष्य में ब्यावरा नगर में 11 जनवरी को आठ प्रमुख बस्तियों में एक साथ भव्य हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
इन सम्मेलनों की तैयारी को लेकर गुरुवार रात को मां मंशा पूर्ण वैष्णोदेवी मंदिर परिसर में एक विस्तृत बैठक आयोजित की गई। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक दीपक सिंह तोमर ने कहा कि आज हिंदू समाज स्वाभिमान के साथ नई करवट ले रहा है। उन्होंने बताया कि वर्षों तक मानसिक गुलामी में बंधा हुआ समाज अब अपनी पहचान को पुनः स्थापित कर रहा है।
तोमर ने आगे कहा कि शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित होने वाले ये हिंदू सम्मेलन न केवल सामाजिक संगठन का माध्यम बनेंगे, बल्कि समाज को एक दिशा और शक्ति भी प्रदान करेंगे। इन सम्मेलनों के माध्यम से समाज में जनजागरण होगा।
सम्मेलनों के प्रमुख उद्देश्यों में पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक और पॉलिथिन का न्यूनतम उपयोग, कुटुंब प्रबोधन, सप्ताह में कम से कम एक दिन पूरे परिवार का साथ बैठकर भोजन और विचार-विमर्श, समरसता का भाव अर्थात जाति-पांत के भेद को समाप्त कर “हिंदू एकता” का भाव जगाना, स्वदेशी का उपयोग, और नागरिक कर्तव्य एवं स्वच्छता शामिल हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि ब्यावरा नगर की आठों प्रमुख बस्तियों में 11 जनवरी को हिंदू सम्मेलन एक ही दिन और एक ही समय पर संपन्न होंगे। प्रत्येक सम्मेलन में लगभग 5 हजार से अधिक लोगों की भागीदारी अपेक्षित है। ग्रामीण क्षेत्रों में ये आयोजन मंडल स्तर पर किए जाएंगे।
सम्मेलनों से पहले कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 21 दिसंबर को पूरे नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। 22 दिसंबर से घर-घर अक्षत वितरण कार्यक्रम प्रारंभ होगा, और 28 दिसंबर को सभी स्थानों पर भूमिपूजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से सम्मेलन के प्रति जनभागीदारी और उत्साह बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में जिला संघ चालक राधेश्याम शर्मा सहित कई गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता और तैयारियों में जुड़े विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।